Tuesday 3 March 2020

Diabetes | cause | kinds | symptoms | food | treatment

Causes symptoms of diabetes with treatment including food & exercises in hindi 

मधुमेह रोगियों के भोजन और व्यायाम सहित उपचार  

मधुमेह रोग (DIABETES  DISEASE) :

आमतौर पर रक्त में शर्करा के स्तर वृद्धि होने पर मधुमेह माना जाता है। इस हार्मोन से जुड़ी बीमारि दुनिया भर में फैल रही हैं। यदि इसे ठीक से उपचार नहीं कीया जाता है, तो इससे अन्य गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।  जैसे - हृदय रोग, तंत्रिका संबंधी विकार, त्वचा रोग, किडनी की समस्याएं या किडनी की विफलता, डाइयबिटीस फूट या पैर के अल्सर, सुनने की समस्याएं,  आंख की रेटिना क्षतिग्रस्त और अंधापन।  और पेर  चक्कर आना, दृष्टि में धुंधलापन, झुनझुनी और यहां तक ​​कि मृत्यु भी हो सकती है।
Diabetes | cause | kinds | symptoms | food | treatment | exercises
Diabetes | cause | kinds | symptoms | food | treatment | exercises 

मधुमेह के कारण (Causes of Diabetes) :

अग्न्याशय से इंसुलिन कम आना या फिर एकदम से ना आना, वंशानुगत या आनुवांशिक कारणों से, नीन्द ठिक से ना होना, भावनात्मक तनाव और गलत भोजन, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण।अग्न्याशय के विभिन्न रोगों के चलते, अन्य हार्मोन का जादा निकालना, लंबे समय तक कोर्टिसोल ड्रग्स, रक्त में उच्च कोलेस्ट्रॉल बीमारी इत्यादी कारण से मधुमेह हो सकता है।

डायबिटीज के प्रकार (KINDS OF DIABETES)

यह दो प्रकार का होता है:
ए) डायबिटीज मेलिटस (Diabetes Mellitus)
बी) डायबिटीज इन्सिपिडस (Diabetes Insipidus)


ए) डायबिटीज मेलिटस (Diabetes Mellitus) :

इस मामले में, रक्त में ग्लूकोज की मात्रा सामान्य से अधिक है। इसे दवाई खेलने और व्यायाम के साथ आहार का पालन करके नियंत्रित किया जा सकता है।

अब यह जानना जोरुरी है कि डायबिटीज मेलिटस क्या है?

अग्न्याशय में  आइलेट्स आफ लैंगरहंस की बीटा कोशिकाओं से इंसुलिन नाम का एक हार्मोन निकालता है l ये इंसुलिन हार्मोन शर्करा के चयापचय में मदद करते हैं।  यह चीनी को ग्लाइकोजन में परिवर्तित करता है। यह चीनी को शरीर का काम में लगाने भी मदद करता है।  अगर किसी भी कारण से इंसुलिन की कमी होती है, तो चीनी शरीर के किसी भी काम में नहीं आ  सकता है, इस प्रकार रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है।  यह डायबिटीज मेलिटस  का कारण बनता है और इसे डायबिटीज मेलिटस भी कहा जाता है।
डायबिटीज मेलिटस (Diabetes Mellitus) दो प्रकार
होते हैं :-

i) टाइप 1 मधुमेह (Type I diabetes) :

यह इंसुलिन पर निर्भर डायबिटीज मेलिटस (IDDM) या किशोर मधुमेह है, जो बच्चों और किशोर में उपलब्ध है और यह जीवन भर के लिए इंसुलिन पर निर्भर है। डायबिटीज IDDM - Insulin-dependent diabetes mellitus.

इस मामले में, अगर अग्न्याशय का बीटा कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, तो इंसुलिन का उत्पादन कम हो जाता है या बंद हो जाता है, इसलिए इंसुलिन का स्राव कम या बिल्कुल नहीं होता है।  दुनिया भर में सभी मधुमेह के लगभग 10 प्रतिशत रोगी टाइप 1 मधुमेह से पीड़ित हैं और इन रोगियों को इंसुलिन इंजेक्शन लेना पड़ता है।

ii) टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) :

यह गैर-इंसुलिन-निर्भर-मधुमेह-मेलिटस (एनआईडीडीएम) या (adult-onset diabetes) है, जो 30 वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों में उपलब्ध है और यह इंसुलिन पर निर्भर नहीं है बल्कि दवा पर निर्भर है। NIDDM - Non insulin-dependent diabetes mellitus.

इस मामले में शरीर में इंसुलिन की कम मात्रा होती है या इंसुलिन शरीर में ठीक से काम ना करने के कारण रक्त में शर्करा वृद्धि होती है। आलसी जीवन, मानसिक तनाव और गलत खान-पान, अस्वास्थ्यकर जीवनशैली आदि इसके कारण हैं।  लगभग 90%) इस प्रकार के मधुमेह से पीड़ित हैं। मरीज को अब अपने खाने की आदतों को बदलना होगा।  विशिष्ट खाद्य पदार्थों की एक सूची के साथ शारीरिक व्यायाम करना होगा इसे नियंत्रण में रखने के लिऐ l

अग्नाशय ग्रंथि के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक कें >   अग्नाशय ग्रंथि

 अलावा,

गर्भकालीन मधुमेह (Gestational diabetes) :

गर्भावस्था के दौरान या गर्भवती महिलाओं में रक्त शर्करा का स्तर वृद्धि देखी जा सकती है। यह गर्भकालीन मधुमेह है। इस प्रकार का मधुमेह मां और बच्चे दोनों के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है l लेकिन डिलीवरी के बाद यह ठीक हो जाता है l गर्भावस्था के दौरान इसे नियंत्रित करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, अन्यथा बच्चे को समस्या हो सकती है l

बी) डायबिटीज इन्सिपिडस (Diabetes Insipidus) :

यह हार्मोनल असामान्यताओं से संबंधित पानी के चयापचय का एक विकार है। इस मामले में रक्त में ग्लूकोज की मात्रा स्वभाविक होती है, लेकिन बार-बार मूत्र होता है और गंभीर प्यास लगती है। प्रतिदिन लगभग 20 लीटर मूत्र का उत्पादन हो सकता है।

रक्त में ग्लूकोज की सामान्य मात्रा (Normal amount of glucose in the blood) :

उपवास (Fasting) - 70mg से 110mg / dl। खाने के दो घंटे बाद (post prandial) - 110mg से   140mg / dl.
Diabetes | cause | kinds | symptoms | food | treatment | exercises
Diabetes | cause | kinds | symptoms | food | treatment | exercises 

मधुमेह के लक्षण (Syndromes of Diabetes) :

 i) शरीर में थकान और कमजोरी महसूस करना

 ii) पानी की प्यास अधिक लगता है l

 iii) बार-बार या बार-बार पेशाब आना l

 iv) विभिन्न प्रकार के स्किन का रोग होता है l

 v) भूख में वृद्धि या अधिक भूख लगना l

 vi) आंखों की रोशनी कम होना।

 vii) घावों या फोड़े के सूखने और निषेचन में देरी होती है l

 viii) कुछ दूग्ले होते हैं, कुछ मोटे होते हैं l

 ix) मूड अच्छा नहीं चिड़चिड़ा होता है।

 x) हथेलियों और पेयेर मे जलन कर सकता है l

मधुमेह का प्रबंधन (Management of Diabetes) :

  i) आहार सूची के अनुसार सही खाद्य पदार्थ खाना l
 ii) नियमित व्यायाम, पैदल चलना (प्रति दिन कम से कम   30  मिनट)
 iii) डॉक्टर द्वारा सलाह के अनुसार नियमित दवा का सेवन   करें l
Diabetes | cause | kinds | symptoms | food | treatment | exercises
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मधुमेह की जटिलता (Complications of Diabetes) :

इस बीमारी के रोगी मधुमेह से नियंत्रित नहीं होने पर विभिन्न जटिलताओं का शिकार हो सकते हैं - जैसे कि हृदय रोग, न्यूरोसिस, सोरायसिस, नेत्र रोग, मूत्र पथ के संक्रमण, सेक्स की हानि, खुजली, फोड़े, किडनी के कार्य की हानि, सुनने की समस्या, धुंधली दृष्टि, आंखों में जलन और यहां तक ​​कि मौत का कारण भी बन सकता है l

मधुमेह का निषेध (Prohibition of Diabetes) :

कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें या शक्कर, मीठे, शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।बिना श्रम या आलस्य के न रहें lखाली पेट नहीं रहना है lकोई तनाव नहीं रखना हैं और रात जागना बन्द करना हैं l

किसके बजाय क्या खाएं:

  1. सफेद चावल की बजाय ब्राउन राइस l
  2. सफेद ब्रेड के बजाय ब्राउन ब्रेड l
  3. सफेद आटे की जगह लाल आटा l
  4. मीठे बिस्कुट के बजाय शुगर-फ्री बिस्कुट या क्रीमक्रैकर बिस्कुट खाएं l
  5. चीनी और तश्तरी के बजाय स्टीविया पत्ती का रस, क्योंकि यह अपने मीठे स्वाद के बावजूद भी रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को नहीं बढ़ाता है। बोतलों में बूंद के रूप में बहुत आसानी से बाजार में उपलब्ध है।
  6. मीठे दही के बजाय खट्टे दही खाएं l आलू की जगह सब्जियां जादा खाएं l 
  7. फलों के रस के बजाय, काटें हुए फल और कड़वे रस  शर्बत l
  8. सरसों के तेल के बजाय, रिफाइंड तेल या पकाने वाला  जैतून का तेल से पकाएं l
  9. अधिक तेल में तला हुआ खाद्य पदार्थों के बजाय, कम तेल में थोड़ा तला हुआ या पकाया हुआ खाएं l

  1. खाने के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें >  मधुमेह के लिए भोजन

मधुमेह के लिए व्यायाम (Exercises for diabetes) :

आम तौर पर, व्यायाम जो कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है - नियमित रूप से चलना, टहलना, तैरना, साइकिल चलाना, रस्सी कूदना, कूदने वाला व्यायाम, खाली हाथ व्यायाम, योग, प्राणायाम और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज l इसके अलावा जिम व्यायाम, एरोबिक ज़ुम्बा भी किया जा सकता है।
Diabetes | cause | kinds | symptoms | food | treatment | exercises
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मधुमेह के लिए योग (yoga for diabetes patients) :-

यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि योग मधुमेह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए योग करना बहुत महत्वपूर्ण है।
मधुमेह में किये जाने वाले व्यायाम -
Surya namaskar (Sun salutation),
biporit karani mudra, sarvangasana, Matsyasana, yoga mudrasana, Pawanmuktasana , Ustrasana, Paschimottanasana, Sahaj agnisar mudra,
Mandukasana, Halasana, Ardha matsyendrasana, Shashankasana, janushirasana, ardha kurmasana - सब योग व्यायाम तीन बार (3 times) करके करना हैं l
यदि सभी अभ्यास एक साथ करना संभव नहीं है, तो आपको इसे सुबह शाम मिलाकर करना चाहिए या इसे सप्ताह में चार दिन तक विभाजित करके कर सकते है। जो लोग इन सभी अभ्यासों को बिल्कुल नहीं कर सकते हैं, वो जो भी आता है कर सकते हैं। कोई समस्या नहीं है।

मधुमेह में योग व्यायाम के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें> योग व्यायाम

मधुमेह रोगियों के प्राणायाम  (Pranayama of diabetes patients) :-

योग की तरह, डायबिटीज में प्राणायाम की भूमिका असीम है। Anulom vilom pranayama, bhastrika pranayama, bhramari pranayama बहुत प्रभावोत्पादक हैं। bhramari pranayama अनिद्रा और तनाव के लिऐ बहुत अच्छी है जो डायबिटीज की कई समस्याओं को खत्म करता है l सोने से पहले ए  करने से अच्छे परिणाम मिलते हैं l






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